Wednesday, 28 December 2016

Atal Bihari Vajpayee /

                            
                                                        

                       हमारे अटलजी  -  हमारा अभिमान 

                                                          Date- 26-12-2017
                                                         
प्रातः स्मरणीय , भारतीय राजनीति के ऋषिराज , असाधारण व्यक्तित्व ,दुर्लभ भाव - भंगिमा एवं सौम्य
हृदयपति परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्मदिवस प्रत्येक आम व खास नागरिक के लिए
अहम वो खास है .

राष्ट्र निर्माँण एवं राष्ट्र के निवासियों के चरित्र निर्माँण हेतु समर्पित इस व्यक्तित्व के जन्म दिवस को किसी 
राष्ट्रीय पर्व से कमतर नहीं आंका जा सकता है .

पिछले तीन दिनों से मन को एकाग्र नहीं कर पा रहा था कि अटल जी के सँदर्भ में क्या लिखा जाये .

अटल जी के विषय में लिखना या वक्तव्य देना कोई मामूली कार्य नहीं है .गत वर्ष साथियों - समर्थको 
के साथ अटल बिहारी वाजपेयी जन्मोत्सव सप्ताह मनाया था एवं सुदूर ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्र मे विकास 
की संभावना तलाशने के साथ ही श्रद्धेय वाजपेयी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्त्व से जन मानस को अवगत 
कराया था .

आज़ सुबह से अटल ज़ी के जन्म दिवस को संदर्भित करते संवाद विभिन्न संचार स्रोंतों पर प्रमुखता बनाये 
हुई है जो अभी देर रात तक चल रही है .

चले भी क्यों नहीं !

संसद के संत , राजनीति के ऋषिराज एवं एक जीवित किंवदंती , दिव्य निर्मल चरित्र के स्वामी से सम्बद्धता
 जो रखती है !

इस ऐतिहासिक क्षण को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाने की रूपरेखा आप सभी हितचिंतकों को तय करनी
 है ताकि अटल जी के जीवन - संघर्ष से प्रेरित होकर हमारे समाज एवं राष्ट्र की अगली पीढ़ी का मजबूत
 चारित्रिक गठन संभव एवं साकार हो सके .

आप सभी हितचिंतक , स्वजन एवं कुटुंब परिवारोँ को भारतीय राजनीति के अद्भुत राष्ट्रपर्व - अटल जन्मोत्सव
की सादर शुभकामनाएँ .
                                                                                                                 आपका
                                                                                                             अविनाश झा
                                                                                                              26-12-2017


Monday, 14 November 2016

माननीय श्री प्रधानमंत्री महोदय
श्रद्धा एवं विनम्रता संग सादर नमस्कार

सन्दर्भ - बैठा रखी है हमने, तेरी सु-मूर्ति मन में। फैला के हम रहेंगे, तेरा सु-यश भुवन में।।

आदरणीय मार्गदर्शक ,
भारत प्राचीन काल से शौर्य, पराक्रम , विद्वता , परोपकार , दान , तप , पुण्यकर्म ,न्याय , मीमांशा ,सहित साधना की भूमि रही है l
भारत एवं नेपाल के सीमाक्षेत्र पर अवस्थित मिथिला भू-भाग का विश्व-सभ्यता पर एक अमीट छाप रहा है , यहाँ के लोगों ने विद्वता एवं तप के बल पर ऊंचाइयों को प्राप्त किया एवं प्रतिष्ठित हुए l
 माननीय मार्गदर्शक , मिथिला में भी शौर्य का प्रसार आधुनिक समय में होता दिख रहा है जिसके पोषण की अति आवश्यकता है l इस भू-भाग के लोग शांत प्रवृति , सहनशील ,कर्तव्यनिष्ठ एवं सहज हैं l
अवलोकन एवं विश्लेषण का नज़रिया सभी व्यक्ति की अलग-अलग हो सकती है l
 माननीय प्रधान महोदय , मिथिला भू-भाग के युवाओं का सैन्य सेवाओं में शामिल होकर राष्ट्रभक्ति के जज्बे मुझे भी हर्षित करती है एवं फक्र होता है हम भी अपनी मातृभूमि के कण-कण को सुरक्षित एवं संवर्धित रखने को अपना कर्त्तव्य उस गिलहरी की भांति कर रहे हैं जिसने श्री राम के प्रति अपना कर्तव्य का पालन पूर्ण ईमानदारी से किया एवं प्रासांगिकता तथा अमरत्व को प्राप्त हुआ l
माननीय प्रधान महोदय , दिनांक 09 नवम्बर 2016 को पाकिस्तानी गोलीबारी में दुश्मनो को मुहतोड़ जवाब देने के क्रम में शहादत को गले लगाने वाले मिथिलापुत्र एवं राष्ट्रमाता के बहादूर सिपाही , बी एस एफ जवान विकास कुमार मिश्र का सन्दर्भ करें l
अमर शहीद विकास कुमार मिश्र , मधुबनी ज़िला के झंझारपुर अंचलन्तर्गत रैयाम गांव के निवासी हैं , पारिवारिक पृष्ठभूमि गरीबी के दंश झेलते हुए विकासवादी कल्पनाओं से चल रही थी , फूस का एक मात्र घर और उसमें शहीद के पितृविहीन परिवार के चार भाई - तीन भाभी एवं भतीजा - भतीजी l
  दो बहनो की शादी में कुछ कठ्ठों की कुल वसीयत का अधिकांश हिस्सा बिक चूका है l  ह्रदय की गंभीर बीमारी से ग्रसित शहीद की माँ तो विपदाओं का भयानक काला पहाड़ अपने समक्ष खड़ा पाया एवं अभी भी चेतना शून्य एवं किंकर्तव्यमूढ़ दशा में है l मैंने निर्देशानुसार शहीद के गाँव एवं घर जाकर सभी पहलुओं को काफी बारीकी से अध्यन किया एवं  पारिवारिक विपदा से जूझ रहे शहीद के परिवारजनों को सम्बल प्रदान करने हेतु प्रतिदिन अधिक से अधिक समय शहीद के आँगन में व्यतीत किया l
माननीय प्रधान महोदय ,राष्ट्रमाता एवं जन्म तथा पालनपोषण करने वाली माता, दोनों के लिए शहीद का बलिदान फक्र एवं गर्वान्वित करने वाले पल अवश्य लाते हैं लेकिन मानव की स्मृति बड़ी ही अल्प होती है एवं शहीदों का बलिदान एवं त्याग मानव प्रजाति के जेहन से विस्मृत हो जाता है एवं शहीदों के परिवार का सुधि  लेने वाला कोई नहीं होता l
 शहीद विकास कुमार मिश्र ने अल्पायु एवं अविवाहित अवस्था में शहादत को प्राप्त किया है , उन्होंने अपने जीवन को सार्थक करने एवं प्रचंड यश अर्जित करने के उपरान्त ही अंतिम पड़ाव की ओर प्रस्थान किया ,उस शहीद को अजर-अमरत्व प्रदान करने हेतु हमें भी विवेकशील होना होगा एवं निर्णय लेने हेतु भावी पहलुओं को भी विचार करना होगा जिससे अत्यधिक मात्रा में युवा राष्ट्रसेवा को उद्धत हो सकें l
माननीय प्रधान महोदय , एक कलाकार गायक जब अपनी कृति के अमरत्व की इच्छा रखता है और - " मेरे गीत अमर कर दो " जैसे अभिव्यक्ति देता है तो एक वीर वंकुरा भारतमाता के पुत्र की क्या इच्छा रहती  होगी l
 महोदय भारत की , खासकर मिथिला की परंपरा रही है की पुत्र या पुत्री किसी व्यक्ति के नाम को रेकॉर्डों एवं संचिकाओं में जीवित रखते हैं l  हमारे मिथिलापुत्र अमरशहीद विकास कुमार मिश्र के नामों को चिर अमरत्व प्रदान करने की जिम्मेदारी प्रथमतया मेरी है एवं सभी विसंगतियों को दूर कर उसपर सहमति प्रदान करना आपका कर्त्तव्य है ताकि युवावर्ग को हम हतोत्साहित होने से रोक सकें l
 हाजीपुर मंडल के लोहना रोड स्टेशन का नामांकरण बी एस एफ शहीद विकास कुमार मिश्र के नाम पर किया जाये तो उनका नाम राष्ट्रीय स्तर पर जीवंत रहेगा एवं हमारे - आपके बाद भी रेलवे विभाग का कोई कर्मचारी - अधिकारी शहीद का नाम लेते हुए जब उनके गाँव में उनके जयंती या शहादत दिवस पर औपचारिकता को पूरा करने के उद्देश्य से पहुंचेगा तो उस शहीद की आत्मा अवश्य इठला - इठला कर अपने जीवन की सार्थकता एवं देशप्रेम से , आने वाली कई मानव पीढ़ियों को हर्षित करेगी , वीरों को सरसायेगी l
 माननीय प्रधान महोदय , मैंने मराठों का शौर्य , वनांचल की निश्छलता ,एवं मानवीय संवेदनाओं एवं वृति कर्मों की गहन प्रायोगिक दीक्षा विदर्भ भू-भाग के चंद्रपुर में 15 वर्ष रहकर लिया एवं संघ शक्ति एवं सुकर्म वृत्ति पर अनुसंधानरत हूँ एवं सौभाग्य है की हमारे सरसंघचालक के गाँव होने का गौरव भी चंद्रपुर को सौभाग्यवश नहीं अपितु कर्म एवं कर्मठता के बदौलत ही मिला l
 प्रधान महोदय , एक सैनिक की अपने नाम , यश ,एवं देश के अमरत्व की क्या आकांछा होती होगी इस सन्दर्भ में आपसे क्या वर्णन करना , आपकी अनुशासित एवं संयमित जीवनशैली क्या किसी सैनिक से कम है l
 महोदय , मिथिला में लोगों को सामने वाले से आकांक्षाएं अनंत होती है , वर्तमान में भ्रामकताएं भी आयी है एवं क्रियाशील लोगों को विभ्भिन्न हथकंडों से हाशिया पर डालने की प्रथा का सबसे जीवंत एवं मौलिक स्वरुप मिथिला भू-भाग में ही अनुभव करने को मिलेगा  ,संवाद  प्रेषण में ईमानदारी होनी चाहिए ,अतः जिक्र आवश्यक था।
माननीय प्रधान महोदय ,अमर शहीद  विकास कुमार मिश्र को अमरत्व प्रदान करने के मेरे सन्दर्भ को  रेल मंत्रालय , भारत सरकार एवं सम्बंधित विभाग को जांचोपरांत क्रियान्वयन हेतु निर्देशित करेंगे ऐसी आकांक्षाओं एवं आपके नेतृत्व में शस्य श्यामलां मातरं की वैभव , शौर्य , संस्कृति , समृद्धि को पुनर्स्थापित करने के महायज्ञ  एवं महाप्रण का लगातार बिना किसी विघ्न-बाधा के महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहूँ ऐसी कामनाओं के संग

अर्पित सु-मन करें हम, हे मातृभूमि भारत! तुझको नमन करें हम, हे मातृभूमि भारत!!
पूजा या पन्थ कुछ हो, मानव हर-एक नर है। हैं भारतीय हम सब, भारत हमारा घर है।।

 
आपका सदैव ,

अविनाश झा ( राजा बाबु )

Monday, 19 September 2016

Tearful tributes are paid to the martyred jawans who made the supreme sacrifice in Sunday's Uri terror attack.





Tearful tributes are paid to the martyred jawans who made the supreme sacrifice in Sunday's Uri terror attack.
Names of Jawans martyred in Uri:
1. Subedar Karnail Singh (J&K)
2. Havildar Ravi Paul (J&K)
3. Sepoy Rakesh Singh (Bihar)
4. Sepoy Javra Munda (Jharkhand)
5. Sepoy Naiman Kujur (Jharkhand)
6. Sepoy Uike Janrao (Maharashtra)
7. Havildar NS Rawat (Rajasthan)
8. Sepoy Ganesh Shankar (U.P.)
9. Naik SK Vidarthi (Bihar)
10. Sepoy Biswajit Ghorai (West Bengal)
11. Lance Naik G Shankar (Maharashtra)
12.Sep G Dalai (West Bengal)
13. Lance Naik RK Yadav (U.P.)
14. Sepoy Harinder Yadav (U.P.)
15. Sepoy TS Somnath (Maharashtra)
16. Havildar Ashok Kumar Singh (Bihar)
17. Sepoy Rajesh kr Singh (U.P.)
18. Sepoy K Vikas Janardhan (Maharashtra)

पाकिस्‍तान की इच्‍छा वार्ता की बजाए आतंकी जहर का इस्‍तेमाल करने की है।



पाकिस्‍तान आतंकवादियों को सहायता, धन और प्रशिक्षण उपलब्‍ध करा रहा है। यह उसकी सरकारी नीति है।
पाकिस्‍तान का अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर पर्दाफाश हो चुका है और सभी देशों को मिलकर पाकिस्‍तान की इस घिनौनी कार्रवाई की निंदा करनी चाहिए।
पाकिस्‍तान आतंकवाद को जिस शर्मनाक तरीके से समर्थन दे रहा है उससे अतंर्राष्‍ट्रीय समुदाय में उसके आडंबर की कलई खुल गई है।
पाकिस्‍तान की इच्‍छा वार्ता की बजाए आतंकी जहर का इस्‍तेमाल करने की है।

Avinash jha speaks- Pakistan is a mischievous and terrorist state




                            Pakistan is a mischievous and terrorist state : Avinash Jha



The terrorist attack in Uri in Kashmir has highlighted Pakistan's desire to use "poison" instead of dialogue.

Due to the "mischievous" and "malignant" support to terror, Pakistan has reduced itself to "pariah" status in the international community because of its hypocrisy and its blatant sponsorship of terrorism and of terrorists.

The incident in Uri is a grave incident and not only India but the world is aggrieved by it.

Pakistan should understand that it will be given a befitting reply and no one will back Pakistan on this

               Avinash jha on his initiative for the development of C.M. Law College , Darbhanga